"कौलेश्वरी देवी मन्दिर" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
छो (Text replace - "खूबसूरत" to "ख़ूबसूरत")
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
 
{{पुनरीक्षण}}
 
{{पुनरीक्षण}}
*[[चतरा]] में कुल्हा पहाड़ी पर स्थित कौलेश्वरी मन्दिर बहुत ख़ूबसूरत है।  
+
'''कौलेश्वरी मन्दिर''' [[झारखण्ड]] [[राज्य]] के [[चतरा]] में [[कोल्हुआ पहाड़ी चतरा|कोल्हुआ पहाड़ी]] पर स्थित एक बहुत ख़ूबसूरत मन्दिर है।  
 
*डॉ एम.ए. स्टिन के अनुसार यहाँ पर दसवें र्तीथाकर शीतला स्वामी का जन्म हुआ था।  
 
*डॉ एम.ए. स्टिन के अनुसार यहाँ पर दसवें र्तीथाकर शीतला स्वामी का जन्म हुआ था।  
 
*उनके भक्तों ने इस मन्दिर का निर्माण कराया था।  
 
*उनके भक्तों ने इस मन्दिर का निर्माण कराया था।  
*मन्दिर के पास एक गुफ़ा भी है जिसमें 23वें [[जैन]] तीर्थंकर पार्श्‍वनाथ की प्रतिमा देखी जा सकती है।  
+
*मन्दिर के पास एक गुफ़ा भी है जिसमें 23वें [[जैन]] [[तीर्थंकर पार्श्वनाथ]] की प्रतिमा देखी जा सकती है।  
 
*इस प्रतिमा में उनके गलें में [[सांप]] है और वह साधना में लीन हैं।  
 
*इस प्रतिमा में उनके गलें में [[सांप]] है और वह साधना में लीन हैं।  
 
*कौलेश्वरी देवी के मन्दिर तक पहुँचना दुर्गम है। लेकिन इसके आस-पास ख़ूबसूरत जंगल हैं।  
 
*कौलेश्वरी देवी के मन्दिर तक पहुँचना दुर्गम है। लेकिन इसके आस-पास ख़ूबसूरत जंगल हैं।  
पंक्ति 12: पंक्ति 12:
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
<references/>
 
<references/>
 
 
==बाहरी कड़ियाँ==
 
==बाहरी कड़ियाँ==
 
 
==संबंधित लेख==
 
==संबंधित लेख==
 
+
{{झारखण्ड के पर्यटन स्थल}}
 
[[Category:पर्यटन_कोश]]
 
[[Category:पर्यटन_कोश]]
 
[[Category:झारखण्ड_के_पर्यटन_स्थल]]
 
[[Category:झारखण्ड_के_पर्यटन_स्थल]]

10:08, 15 दिसम्बर 2011 का अवतरण

Icon-edit.gif इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव"

कौलेश्वरी मन्दिर झारखण्ड राज्य के चतरा में कोल्हुआ पहाड़ी पर स्थित एक बहुत ख़ूबसूरत मन्दिर है।

  • डॉ एम.ए. स्टिन के अनुसार यहाँ पर दसवें र्तीथाकर शीतला स्वामी का जन्म हुआ था।
  • उनके भक्तों ने इस मन्दिर का निर्माण कराया था।
  • मन्दिर के पास एक गुफ़ा भी है जिसमें 23वें जैन तीर्थंकर पार्श्वनाथ की प्रतिमा देखी जा सकती है।
  • इस प्रतिमा में उनके गलें में सांप है और वह साधना में लीन हैं।
  • कौलेश्वरी देवी के मन्दिर तक पहुँचना दुर्गम है। लेकिन इसके आस-पास ख़ूबसूरत जंगल हैं।
  • इन जंगलों में बेहतरीन पिकनिक का आनंद लेने के साथ-साथ वन्य जीवों जैसे लंगूर, भालू, हिरण, नीलगाय, तेंदुआ और विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों की मनोहारी झलक देखी जा सकती है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख