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*इन दोनों पक्षो की अपनी अलग आध्यात्मिक विशेषता होती है. | *इन दोनों पक्षो की अपनी अलग आध्यात्मिक विशेषता होती है. |
10:35, 1 जनवरी 2012 का अवतरण
- एक चन्द्र मास को 30 तिथियों में बांटा गया है।
- एक चन्द्र मास को दो चरण में भी बांटा गया है, जिसके एक भाग को हम पक्ष कहते हैं-
- पूर्णिमा और अमावस्या के मध्य के चरण को हम कृष्ण पक्ष कहते हैं।
- इन दोनों पक्षो की अपनी अलग आध्यात्मिक विशेषता होती है.
- जिस कार्यकलाप को कृष्ण पक्ष में बढ़ाना नहीं चाहते उस पर ज़्यादा ध्यान नहीं देना चाहिए जैसे- सर्जरी आदि.
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टीका टिप्पणी और संदर्भ