"आदित्य चौधरी -फ़ेसबुक पोस्ट" के अवतरणों में अंतर
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− | <div style="width:98%; height:35px; background:#3e5c9a; border-radius:10px; padding:10px;">[[चित्र:Facebook-icon-3.png|35px|left]]<span style="background:#fff; padding-left:15px; padding-right:5px; padding-bottom:5px; padding-top:3px; font-size:18px; border-radius:5px;">आदित्य चौधरी- फ़ेसबुक पोस्ट [[चित्र:Search-icon.png|20px|link=|]]</span ></ | + | <div style="width:98%; height:35px; background:#3e5c9a; border-radius:10px; padding:10px;">[[चित्र:Facebook-icon-3.png|35px|left]]<span style="background:#fff; padding-left:15px; padding-right:5px; padding-bottom:5px; padding-top:3px; font-size:18px; border-radius:5px;">आदित्य चौधरी- फ़ेसबुक पोस्ट [[चित्र:Search-icon.png|20px|link=|]]</span> [https://www.facebook.com/aditya.bharatkosh <span style="padding:5px; color:#fff; font-size:18px;">आदित्य चौधरी फ़ेसबुक</span>]</div> |
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हिचकॉक की फ़िल्मों की नक़लें सारी दुनिया में होती रही है। उनकी फ़िल्म वर्टीगो (Vertigo) मुझे बहुत पसंद है। ये एक ज़बर्दस्त थ्रिलर है। इसमें हीरो ऍक्रोफ़ोबिया (Acrophobia) का मरीज़ होता है। ऍक्रोफ़ोबिया एक ऐसी फ़ोबिया है जिसमें बहुत ऊँचाई से नीचे देखने पर चक्कर आते हैं। राज़ की बात ये है कि मैं मुझे भी ऍक्रोफ़ोबिया है। हा हा हा | हिचकॉक की फ़िल्मों की नक़लें सारी दुनिया में होती रही है। उनकी फ़िल्म वर्टीगो (Vertigo) मुझे बहुत पसंद है। ये एक ज़बर्दस्त थ्रिलर है। इसमें हीरो ऍक्रोफ़ोबिया (Acrophobia) का मरीज़ होता है। ऍक्रोफ़ोबिया एक ऐसी फ़ोबिया है जिसमें बहुत ऊँचाई से नीचे देखने पर चक्कर आते हैं। राज़ की बात ये है कि मैं मुझे भी ऍक्रोफ़ोबिया है। हा हा हा | ||
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− | | [[चित्र:Hitchcock.jpg| | + | | [[चित्र:Hitchcock.jpg|250px|center]] |
+ | | 14 जनवरी, 2014 | ||
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+ | <poem> | ||
+ | जो सीमाओं में बंधकर जीते हैं | ||
+ | उनका जीवन | ||
+ | उनकी मृत्यु के साथ ही समाप्त हो जाता है सीमाओं के परे, खुले आकाश में | ||
+ | विचरण करने वालों का जीवन | ||
+ | अनन्त काल तक चलता है। | ||
+ | </poem> | ||
+ | | [[चित्र:Seemao se bandhkar.jpg|250px|center]] | ||
| 14 जनवरी, 2014 | | 14 जनवरी, 2014 | ||
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08:48, 21 जनवरी 2014 का अवतरण
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