"श्री यंत्र" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
छो (Text replace - "चिन्ह" to "चिह्न")
 
(एक अन्य सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया)
पंक्ति 19: पंक्ति 19:
 
==सम्बंधित लेख==
 
==सम्बंधित लेख==
 
{{भारतीय संस्कृति के प्रतीक}}
 
{{भारतीय संस्कृति के प्रतीक}}
[[Category:हिन्दू धर्म]] [[Category:हिन्दू धर्म कोश]]  
+
[[Category:हिन्दू धर्म]] [[Category:हिन्दू धर्म कोश]][[Category:धर्म कोश]]  
 
[[Category:पौराणिक कोश]]
 
[[Category:पौराणिक कोश]]
 
[[Category:धार्मिक चिह्न]]
 
[[Category:धार्मिक चिह्न]]
 +
[[Category:भारतीय संस्कृति के प्रतीक]]
 
__INDEX__
 
__INDEX__
 
__NOTOC__
 
__NOTOC__

12:16, 21 मार्च 2014 के समय का अवतरण

श्री यंत्र

श्री यंत्र या श्री चक्र एक अद्भुत, रहस्यमय, सिद्धिप्रद, निश्चित प्रभाव उत्पन्न करने वाला यंत्र है।

  • यह रेखागणित की एक जटिल आकृति है।
  • श्री यंत्र की स्थापना और पूजा से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है। इस यंत्र की अधिष्ठात्री भगवती त्रिपुरा सुंदरी देवी हैं। यह सभी यंत्रो में शिरोमणि है और इसे 'यंत्रराज' कहा जाता है।
  • श्री विद्या के गूढ़ रहस्य को समझने के लिए शंकराचार्य विरचित 'सौंदर्य लहरी' आदि ग्रंथ हैं।
  • श्री यंत्र को सिद्ध करने के लिए वैशाख, जेठ, कार्तिक, और माघ, ये चार महीने उत्तम हैं।
  • तिरुपति बाला जी, श्री नाथ जी, पशुपतिनाथ, रामेश्वर आदि मंदिरों की समृद्धि और वैभव के मूल में श्री यंत्र की प्रतिष्ठा है। नवरात्रि, धनतेरस के दिन 'श्रीयंत्र' का पूजन करने से लक्ष्मी जी प्रसन्न होती हैं।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

सम्बंधित लेख