मृगशिरा नक्षत्र

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
मेघा (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 10:55, 28 मार्च 2011 का अवतरण ('<poem>अर्थ - मृग शीष देव - सोम</poem> *मृगशिरा नक्षत्र आकाश म...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

अर्थ - मृग शीष
देव - सोम

  • मृगशिरा नक्षत्र आकाश मंडल में पांचवा नक्षत्र है।
  • मृगशिरा नक्षत्र के प्रथम दो चरण वृषभ राशि में आते हैं।
  • जहाँ नक्षत्र स्वामी मंगल है।
  • मृगशिरा में वत्स सहित गाय का दान करने का नियम है।
  • मृगशिरा नक्षत्र के देवता मंगल को माना जाता है।
  • खैर के वृक्ष को मृगशिरा नक्षत्र का प्रतीक माना जाता है और मृगशिरा नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्ति खैर वृक्ष की पूजा करते है।
  • इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्ति अपने घर में खैर के वृक्ष को लगाते है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख