नलक

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
गोविन्द राम (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 09:47, 12 अप्रैल 2018 का अवतरण
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

नलक काल देवल का भतीजा है। नलक को बुद्ध ने उपदेश दिया था। बौद्ध धर्म में प्रचलित इस शब्द का प्रयोग हिन्दी साहित्य में किया गया है।

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  • पुस्तक- पौराणिक कोश |लेखक- राणा प्रसाद शर्मा | पृष्ठ संख्या- 560

संबंधित लेख

बौद्ध धर्म शब्दावली

सुजीता सुमंत दर्शी विशाख विमल कीर्ति वज्राचार्य वज्रवाराही वज्र भैरव वज्रगर्भ वज्रकालिका महाप्रजापति मंडपदायिका भद्राकपिला ब्रह्मदत्ता पृथु भैरव पूर्ण मैत्रायणी पुत्र पूर्ण काश्यप पटाचारा नलक नदीकृकंठ नंदा (बौद्ध) धर्म दिन्ना धमेख द्रोणोबन देवदत्त दशबल दंतपुर थेरीगाथा त्रिरत्न त्रियान त्रिमुखी तनुभूमि ज्वलनांत जलगर्भ छंदक चातुर्महाराजिक चलासन चरणाद्री चक्रांतर चक्रसंवर गोपा खेमा खसर्प खदूरवासिनी क्रकुच्छंद केयुरबल कृष्ण (बुद्ध) कुशीनार कुलिशासन कुक्कुटपाद कुकुत्संद कुंभ (बौद्ध) किसा गौतमी काय आश्रव अंबपाली अव्याकृत धर्म अकुशलधर्म उत्पाद