अम्बिका प्रसाद गुप्त (जन्म- 1888, काशी, उत्तर प्रदेश; मृत्यु- 1937) हिन्दी नाट्य जगत् और कथा साहित्य में विशेष स्थान रखने वाले जयशंकर प्रसाद के भांजे थे। इन्होंने हिन्दी साहित्य को कई महत्त्वपूर्ण रचनाएँ दी हैं।[1]
- शिवमोहिनी
- रूद्रगुप्त
- कवि किंकर
- हिन्दी प्रेमी
- अर्जुन
- सच्चा मित्र या जिन्दे की लाश
- अम्बिका प्रसाद गुप्त ने 'भारतेन्दु' नामक पत्र का प्रकाशन भी किया था।
- अपने पत्रों की लेखमाला से अम्बिका प्रसाद गुप्त ने 'हिन्दी ग्रन्थ भण्डार' का निर्माण किया।
- जयशंकर प्रसाद की ही प्रेरणा से 1909 ई. में अम्बिका प्रसाद गुप्त के सम्पादकत्व में 'इन्दु' नामक मासिक पत्र का प्रकाशन आरम्भ हुआ था। प्रसाद इसमें नियमित रूप से लिखते रहे और उनकी आरम्भिक रचनाएँ इसी के अंकों में देखी जा सकती हैं।
- सन 1937 में अम्बिका प्रसाद गुप्त का निधन हुआ।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ काशी के साहित्यकार (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 11 जनवरी, 2014।
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