अकरणि:
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अकरणिः (स्त्रीलिंग) [नञ्+कृ+अनिः]
- असफलता, निराशा, अप्राप्ति, अधिकांशतः कोसने या शाप देने में प्रयुक्त, -तस्याकरणिरेवास्तु-सिद्धा. भगवान् करे उसकी आशा पूरी न हो, उसे असफलता मिले।[1]
इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 03 |
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