अङ्क:

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अङ्क: (पुल्लिंग) [अङ्क+अच्]

1. क्रोड़, गोद (नपुं. भी),-अङ्काघयावङ्कमृदीरिताशी:-कु. 7/5;

2 चिह्न, निशान, संकेत-अलक्तकाङ्का पदवीं ततान्-रघुवंश 7/0; धब्बा, लांछन, कलङ्क, दाग-इंदो: किरणेप्विवाङ्क:-कु. 1/3 -कट्‌यां कृताङ्को निर्वास्य:-मनुस्मृति 8/281;

3. अङ्क, संख्या, 9 की संख्या

4. पार्श्व, पक्ष, सान्निध्य, पहुँच,-समुत्सुकेवाङ्क-मुपैति सिद्धिः-कि. 3/40- सिंहो जम्बुकमङ्कमाग- तमपि त्यक्त्वा निहन्ति द्विपम्-भर्तृ. नी. 30;

5. नाटक का एक खंड

6. कंटिया या मुड़ा हुआ उपकरण

7. नाट्य रचना का एक प्रकार, रुपक के दस भेदों में से एक, दे. सा. द. 519

8. पंक्ति, मुड़ी हुई पंक्ति, सामान्यतः एक मोड़, भुजा में मोड़।

समः-अवतारः जब नाटक के आगामी अङ्क से सातत्य प्रकट करता हुआ, पूर्वांङ्क के अन्त में अङ्कसंकेत किया जाता है उसे अङ्कावतार कहते हैं, जैसे कि शकुन्तला का छठा अंक अथवा मालविकाग्निमित्र का दूसरा अंक-कार (पुल्लिंग) बाजी आदि का निर्णायक -तंत्र संख्या-विज्ञान (अंकगणित या बीजगणित)- धारणं-णा (नपुं. स्त्री.)

1. चिह्न लगाना या संकेत करना

2. आकृति या मनुष्य को आंकने की रीति-परिवर्त:

1. दूसरी ओर मुड़ना
2. किसी की गोद में लुढ़कना या प्रेम के हाव-भाव दिखाना (आलिंगन के अवसर पर);-पालि-पाली (स्त्रीलिंग)
1. आलिङ्गन-तावद्गाढं वितर सकृदप्यङ्कपालीं प्रसीद-माल. 8/2;
2. दाई, नर्स,-पाशः अंक-गणित में एक प्रकार की प्रकिया जिसमें 1-2 आदि संख्याओं के अदल-बदल से एक विचित्र श्रृंखला सी बन जाती है;-बन्ध (पुल्लिंग) झुककर गोद का आकार बनाना; मस्तकहीन मनुष्य का चित्र उकेरना।-भाज (विशेषण)
1. गोद में बैठा हुआ या लिया हुआ जैसे कि एक बच्चा
2. सुगम, निकटस्थ, सुलभ-कि. 5/52;-मूर्ख (या-आस्यम्) अंक का वह भाग जहाँ सब अंकों का विषय सूचित किया गया अंकमुख कहलाता है, इसी से बीज और फल का संकेत होता है-उदा. माल. 1 में कामंदकी और अवलोकिता उस अंश का संकेत करती हैं जिसका अभिनय भृरिवसु और अन्य पात्रों को करना है। इसमें कथावस्तु का क्रम भी संक्षेप में बतला दिया जाता है;-विद्या संख्या-विज्ञान, अंगणित।[1]


इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 10-11 |

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