अच्छिद्र
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अच्छिद्र (विशेषण) [न. ब.]
- छिद्र रहित, अक्षत, निर्दोष, दोषरहित-जपच्छिद्रं तपच्छिद्रं यच्छिद्रं श्राद्धकर्मणि, सर्व भवतु मेऽच्छिद्रं ब्राह्मणानां प्रसादतः;-दं [न. त.] निर्दोष कार्य या दशा, दोष का अभाव, °द्रेण, बिना रुके, आदि से अन्त तक।[1]
इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 14 |
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