अजहल्लिगं
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अजहल्लिगं [न जहत् लिङ्गं यत्, हा+शतृ न. ब.]
- संज्ञा विशेष जिसका लिंग नहीं बदलता, चाहे वह विशेषण की भांति ही क्यों न प्रयुक्त किया जाए-उदा.-वेदः (अथवा) श्रुतिः प्रमाणम् (प्रमाणः अथवा प्रमाणा नहीं)।[1]
इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 15 |
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