अतिग
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अतिग (विशेषण) [अति+गम्+ड]
- (समास में) बढ़ने वाला, बढ़-चढ़कर काम करने वाला, सर्वोत्कृष्ट रहने वाला सर्वलोक° मुद्रा. 1/2, किमौषधपथातिगैरुपहतो महाव्याधिभिः-मुद्रा 6, औषधियों के प्रभाव को अनादृत करने वाले रोगों के द्वारा।[1]
इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 20 |
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