अद्वितीय

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अद्वितीय (विशेषण) [न द्वितीयः सदृशो यस्य, न. ब.]

1. जिसके समान कोई दूसरा न हो, लासानी, बेजोड़,-न केवलं रूपे शिल्पेऽप्यद्वितीया मालविका -मालवि. 2
2. बिना साथी के, अकेला,-यम् ब्रह्मा।[1]


इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 28 |

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