अधर

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अधर (विशेषण) [नञ्+घृ+अच्]

1. नीचे का, अवर, निचला
2. नीच, कमीना, जघन्य, गुणों में नीचे दर्जे का, घटिया
3. निरुत्तर, दलित;-रः नीचे का (कभी ऊपर का) ओष्ठ, ओष्ठमात्र;-पक्वबिंबाधरोष्ठी -में. 82; पिबसि रतिसर्वस्वमधरम्-श. 1/24


-रम्

1. शरीर का निम्नतर भाग
2. अभिभाषण, व्याख्यान (विप.-उत्तर), कभी कभी उत्तर के लिए भी प्रयुक्त होता है।


सम.-उत्तर (अधरोत्तर) (विशेषण)

1. उच्चतर और निम्नतर अच्छा और बुरा;-राज्ञः समक्षमेवावयोः °व्यक्तिर्भविष्यति- मालवि. 1
2. शीघ्र या विलम्ब से
3. उलटे ढंग से, उलट-पलट
4. निकटतर और दूरतर,-ओष्ठः (अधरोष्ठ) (पुल्लिंग) नीचे का ओष्ठ,-कंठः (पुल्लिंग) ग्रीवा का निचला भाग,-पानम्, (न.) चुम्बन, शाब्द. अधरोष्ठ को पीना,-मधु,–अमृतम् ओष्ठों का अमृत,-स्वस्तिकम् अधोबिन्दु।[1]


इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 29 |

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