अनङ्ग
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अनङ्ग (विशेषण) [नास्ति अङ्गम् यस्य न. ब.]
- देहरहित, अशरीरी, आकृतिहीन त्वमनंगः कथमक्षता रतिः-कु. 4/9,-गः (पुल्लिंग) (देहरहित), कामदेव-गम् 1. आकाश, वायु, अन्तरिक्ष, 2. मन।
सम.-क्रीडा कामक्रीडा,-लेख=लेख, प्रेमपत्र, °लेख-क्रिययोपयोगं (ब्रजन्ति) कु. 1/7, °शत्रुः, °असुहृत् आदि-शिव के नाम।[1]
इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 35 |
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