अनभ्र
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अनभ्र (विशेषण) [न अम्रो यत्र, न. व.]
- बिना बादलों के, इयमनभ्रा वृष्टिः-यह तो बिना ही बादलों के आकाश से वृष्टि होने लगी। अर्थात् अप्रत्याशित या आकस्मिक घटना।[1]
इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 36 |
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