अनवस्थ
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अनवस्थ (विशेषण) [न. त.]
- 1. अदृढ़, अस्थिर,-स्या [न. त.]
- 1. अस्थिरता
- 2. अनिश्चित अवस्था
- 2. चरित्रभ्रष्टता, लम्पटता
- 3. (दर्शन. में) किसी अन्तिम निर्णय पर न पहुँचना, कार्य-कारण की ऐसी परम्परा जिसका अन्त न हो, तर्क का एक दोष-एवमप्यनवस्था स्याद्या मूलक्षतिकारिणी-काव्य. 2. एवं च °प्रसंगाः-शा.[1]
इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 37-38 |
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