अनाकाल:
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अनाकालः (पुल्लिंग) [न. प.]
- 1. कुसमय
- 2. दुर्भिक्ष (संभवतः 'अन्नाकाल' शब्द का अनियमित रूप)।
समं.-भूतः-जो व्यक्ति दुर्भिक्ष में भूख से अपने आपको बचाने के लिए स्वयं दूसरे का दास बन जाता है।[1]
इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 38 |
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