अनुव्याघ-वेध:
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अनुव्यायः-वेधः (पुल्लिंग) [अनु+व्याघ्+घञ्; विघ्+घञ् अ 'वा]
- 1. चोट पहुँचाना, छेदना, सूराख करना
- 2. संपर्क, मेल
- 3. मिश्रण
- 4. बाधा डालना[1]
इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 49 |
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