अन्तर्धानम्
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अन्तर्धानम् [अन्तर+धा+ल्युट्]
- अदृश्य होना, ओझल-पना, दृष्टि से चूक जाना-°व्यसनरसिका रात्रिका पालिकीयम्-काव्य. 10; गम् या इ=अदृश्य होना, ओझल होना।[1]
इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 55 |
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