अन्वक्
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
अन्वक् (अव्य.) [अनु+अञ्च्+क्विप् नपुं. ए. व.]
- 1. बाद में
- 2. पीछे से
- 3. मैत्रीभाव से व्यवहृत, अनुकूल रूप में, अन्वग्भूत्वा,-भावम्,-आस्ते मित्रता-पूर्वक व्यवहृत होना।
- 4. (कर्म. के साथ) पश्चात् ताम्... अन्वग्ययौ मध्यमलोकपालः- रघु. 2/16[1]
इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 59 |
संबंधित लेख