अपटी
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अपटी (स्त्रीलिंग) [अल्पः पटः पटी-न. त.]
- 1. कनात, कपड़े का पर्दा या दीवार विशेष रूप से 'कनात' जो तम्बू को चारों ओर से घेर लेती है।
- 2. पर्दा
सम.-क्षेपः (अपटक्षेपः) (पुल्लिंग) पर्दे के एक ओर गायन, °क्षेपेण (=अकस्मात्) जल्दी से पर्दे को एक ओर करके, (यह शब्द बहुधा रंगमंच के निदेशार्थ प्रयुक्त होता है तथा भय, उतावली या घबराहट के कारण हड़बड़ाहट के साथ पात्र के प्रवेश को प्रकट करता है जैसा कि बिना किसी भूमिका (ततः प्रविशति आदि) के, पात्र अकस्मात् पर्दे को उठा कर प्रविष्ट होता है)।[1]
इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 62 |
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