अपान:
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अपानः (पुल्लिंग) [अप+अन्+अच्, अपानयति मूत्रादिकम्-अप+आ+नी+ड वा]
- श्वास बाहर निकालना, श्वास लेने की क्रिया, शरीर में रहने वाले पाँच पवनों में से एक जो कि नीचे की ओर जाता है तथा गुदा के मार्ग से बाहर निकलता है;-नः,
-नम् गुदा।
सम.-द्वारम् (नपुं.) गुदा,-पवनः,-वायुः (पुं.) प्राण वायु-जिसे अपान कहते हैं।[1]
इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 70 |
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