अपार
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
अपार (विशेषण) [न. त.]
- 1. जिसका पार न हो।
- 2. असीम, सीमारहित
- 3. जो समाप्त न हो, अत्यधिक।
- 4. पहुँच के बाहर।
- 5. जिसे पार करना कठिन हो, जिस पर विजय न पाई जा सके, रम् नदी का दूसरा तट।[1]
इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 70 |
संबंधित लेख