अपुष्ट

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अपुष्ट (विशेषण) [न. त.]

1. जिसका पोषण ठीक तरह से न हुआ हो, दुबला-पतला, जो स्थूल न हो
2. (स्वर) जो ऊँचा या भीषण न हो, मृदु, मन्द
3. (सा. शा.) जो (अर्थ का) पोषक या सहायक न हो असंबद्ध, अर्थदोषों में से एक-उदा. सा. द. 575-विलोक्य वितते व्योम्नि विधुं मुंच रूपं प्रिये-यहाँ आकाश का विशेषण 'वितत' शब्द क्रोध की शान्ति में कोई सहायता नहीं करता-इसलिए असंबद्ध है।[1]


इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 71 |

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