अपूर्व
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अपूर्व (विशेषण) [सुन्दरतया कुत्सिततया वा नास्ति पूर्वम्=पूर्वभूतम् यस्य यस्मात् वा, न. ब.]
- 1. जैसा पहले न हुआ हो, जो पहले विद्यमान न था, बिल्कुल नया,-अपूर्वमिदं नाटकम्-श. 1/2
- 2. अनोखा, असाधारण, अद्भुत;-अपूर्वो दृश्यते वह्निः कामिन्याः स्तनमंडले, दूरतो दहतीवांगं हृदि लग्नस्तु शीतलः-शृंगार. 17, निराला, अनुद्यम, अभूतपूर्व-अपूर्वकर्मचाण्डालमपि मुग्धे विमुंच माम्-उत्तर. 1/46, अप्रतिम नृशंसता करने वाली।
- 3. अज्ञात
- 4. अप्रयम,-र्वम्
- 1. किसी कार्य का दूरवर्ती फल जैसा कि सत्कार्यों के फलस्वरूप स्वर्ग प्राप्ति
- 2. इष्ट और अनिष्ट जो भावी सुख दुःख के अन्तिम कारण हैं;-वैः परब्रह्म
सम.-पतिः (स्त्रीलिंग) जिसे अभी तक पति प्राप्त नहीं हुआ, कुमारी कन्या,-विधिः आधिकारिक निदेश या आज्ञा।[1]
इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 71 |
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