अभिमान:
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अभिमानः (पुल्लिंग) [अभि+मन्+घञ्]
- 1. गौरव, स्वाभिमान, सम्माननीय या योग्य भावना,-सदाभिमानैकधनाः हि मानिन:-शि. 1/67
- 2. अहंकार, घमंड, दर्प, अहंमन्यता, श्वत् घमंडी, गर्वीला
- 3. सभी पदार्थों को आत्मा से संकेतित करना, अहंकार की क्रिया, व्यक्तित्व
- 4. कल्पना, अवधारणा, अटकल, विश्वास, सम्मति
- 5. स्नेह, प्रेम
- 6. इच्छा, कामना
- 7. चोट पहुँचाना, हत्या करना, चोट पहुँचाने का प्रयत्न करना
सम.-शालिन् (विशेषण) घमंडी-शून्य (विशेषण) गर्व या घमंड से रहित, विनीत।[1]
इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 81 |
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