अमूल-लक
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अमूल-लक (विशेषण) [न. ब.]
- 1. निर्मूल (शा.), (आलं.) बिना किसी आधार के, निराधार, आधार रहित
- 2. बिना किसी प्रमाण के, जो मूल में न हो-नामूर्त लिख्यते किंचित्-मल्लि.
- 3. बिना किसी भौतिक कारण के जैसा कि सांख्य का 'प्रधान'[1]
इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 92 |
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