अम्बा (शब्द संदर्भ)

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Disamb2.jpg अम्बा एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- अम्बा (बहुविकल्पी)

अम्बा (स्त्रीलिंग) [अम्ब्+घञ्+टाप्] (वैदिक संबोधन-अंबे; बाद की संस्कृत में-अम्ब)

1. माता, (स्नेह अथवा आदरपूर्ण संबोधन में भी इसका प्रयोग होता है)-भद्र महिला, भद्र माता-किमम्बाभिः प्रेषितः, अम्बानां कार्यं निर्वर्तय-श. 2, कृताञ्जलिस्तत्र यदम्ब सत्यात्-रघु. 14/16
2. दुर्गा, भवानी
3. पांडु की माता, काशिराज की कन्या [यह और उसकी दो बहनें भीष्म के द्वारा सन्तानहीन विचित्रवीर्य के लिए अपहृत की गई थीं, क्योंकि अम्बा की सगाई पहले ही शाल्व के राजा से हो चुकी थी, अतः इसे उन्हीं के पास भेज दिया गया। परन्तु दूसरे के घर में रही होने के कारण शाल्व के राजा ने उसे ग्रहण नहीं किया। अतः वह वापिस आई और उसने भीष्म से प्रार्थना की कि वह अब उसे स्वीकार करें, परन्तु उन्होंने अपना आजन्म ब्रह्मचर्य भंग करना उचित नहीं समझा। फलतः वह जंगल में जाकर भीष्म से प्रतिशोध लेने की तपश्चर्या करने लगी। शिव उस पर प्रसन्न हुए और उन्होंने उसके दूसरे जन्म में अभीष्ट प्रतिशोध दिलाने की प्रतिज्ञा की। बाद में वह द्रुपद के घर शिखण्डिनी के रूप में पैदा हुई और शिखंडी कहलाने लगी और अंत में वही भीष्म की मृत्यु का कारण बनी।[1]


इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 93 |

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