अयुगपद्
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
अयुगपद् (अव्य.) [न. त.]
- 1. सब एक साथ नहीं, क्रमशः यथाक्रम।
सम.-ग्रहणम् (नपुं.) क्रमपूर्वक समझना,-भावः (पुल्लिंग) अनुक्रम, आनुक्रमिकता।[1]
इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 97 |
संबंधित लेख