अरण्यम्‌

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अरण्यम् (नपुं.) (कई बार पुल्लिंग भी) [अर्यते गम्यते शेषे वयसि ऋ+अन्य]-जंगल, वन, उजाड़-प्रियानाशे कृत्स्नं किल जगदरण्यं हि भवति-उत्तर. 6/30, माता यस्य गृहे नास्ति भार्या चाप्रियवादिनी, अरण्य तेन गन्तव्यं यथारण्यं तथा गृहम्-चाण. 44, जंगली, जंगल में उत्पन्न (यदि समस्त पद का प्रथम खण्ड हो), °बीजम् जंगली बीज, इसी प्रकार °माजार, मूषकः।


सम.-अध्यक्षः (अरण्याध्यक्ष) (पुल्लिंग) बन की देख-रेख करने वाला राजिक,–अयनम्, (अरण्यायन)-यानम् (नपुं.) जंगल में चले जाना, वानप्रस्थ लेना,-ओकस् (अरण्यौकस),-सद् (विशेषण) 1. अरण्यवासी, जंगल में रहने वाला-वैक्लव्यं मम तावदीदृशमाप स्नेहादरण्यौकसः-श. 4/5, 2. विशेषतः वह जिसने अपना परिवार छोड़ दिया हो और वानप्रस्थी हो गया हो, जंगल में रहने वाला,-कदली (पुल्लिंग) जंगली केला,-गजः (पुल्लिंग) जंगली हाथी (जो पालतू न हो),-चटकः (पुल्लिंग) जंगली चिड़िया-चंद्रिका (स्त्रीलिंग) (शा.) जंगल में चन्द्रमा का प्रकाश (आलं.) निरर्थक शृंगार या आभूषण, ऐसा बनाव सिंगार जिसे कोई देखने-सराहने वाला न हो, इसीलिए मल्लिनाथ-स्त्रीणां प्रियालोकफलो हि वेषः- कु. 7/22, पर टिप्पणी करते हुए कहते हैं-अन्यथाऽरण्यचन्द्रिका स्यादिति भावः;-चर ( °ण्येचर भी),-जीव (विशेषण) जंगली,-ज (विशेषण) वन्य,-धर्मः (पुल्लिंग) जंगली अवस्था या प्रथा, जंगली स्वभाव,-तथारण्य-धर्माद्वियोज्य ग्राम्यधर्मे नियोजितः-पंच. 1,-नृपतिः-राज् (टू)-राजः (पुल्लिंग) जंगल का स्वामी, सिंह या व्याघ्र का विशेषण, इसी प्रकार-अरण्यानां पतिः,-पंडितः (पुल्लिंग) वन में विद्वान् (आलं.) मूर्ख पुरुष जो वन में ही (जहाँ कोई सुनने-टोकने वाला नहीं होता) अपना पांडित्य प्रकट कर सके;-भव (विशेषण) जंगल में उत्पन्न, जंगली,-मक्षिका (स्त्रीलिंग) डांस,-यानम् जंगल में चले जाना,-रक्षकः (पु.) अरण्यपाल,-रुदितम् (ण्ये) जंगल में रोना, अरण्यरोदन, (आलं.) एसा रोना जिसे कोई सुनने वाला न हो, निष्फल कथन-अरण्ये मया रुदितम्-श. 2, प्रोक्तं श्रद्धाविहीनस्य अरण्यरुदितोपमम्-पंच. 1/393, तदलमधुनारण्यरुदितैः-अमरु. 76,-वायसः (पुल्लिंग) जंगली कौवा, पहाड़ी कौवा,-वासः,-समाश्रयः (पुल्लिंग) जंगल में चले जाना, जंगल में आवास,-वासिन् (विशेषण) जंगल में रहने वाला (पुल्लिंग) अरण्यवासी, वानप्रस्थी,-विलपितम्,-विलापः (ण्ये) = रुदितम्-श्वन् (पुल्लिंग) जंगली कुत्ता, भेड़िया,-सभा (स्त्रीलिंग) जंगल की कचहरी।[1]


इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 99 |

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