अरे रे
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अरे रे (अव्य) [अरे-अरे इति वीप्सायां द्वित्वम्]
- विस्मयादि बोधक अव्यय
- (क) क्रोध पूर्वक बुलाना- अरे रे दुर्योधन प्रमुखाः कुरुबलसेनाप्रभवः-वेणी. 3, अरे रे वाचाट-त.
- (ख) अपने से छोटों को संबोधित करना या घृणापूर्वक बुलाना- अरे रे राधागर्भभारभूत सूतापसद-त.[1]
इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 101 |
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