अर्णव:
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अर्णवः (पुल्लिंग) [अर्णासि सन्ति यस्मिन् अर्णस्+व, सलोपः]
- (फेनयुक्त) समुद्र, सागर (आलं. भी) शोक° शोक का समुद्र, इसी प्रकार चिंता°, जन° जनसमुद्र, संसारार्णवलंघन भर्तृ. 3/10
सम.-अन्तः (पुल्लिंग) सागर की सीमा,-उद्भवः (वर्णवोद्भव) (पुल्लिंग) चन्द्रमा (-वा) लक्ष्मी, (-वम्) अमृत,-पोतः (पुल्लिंग)-यानम् (नपुं.) किश्ती या जहाज,-मंदिर (पुल्लिंग): 1. सागर वासी वरुण, जलों का स्वामी 2. विष्णु।[1]
इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 104 |
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