अर्य
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अर्य (विशेषण) [ऋ+यत्]
- 1. श्रेष्ठ, बढ़िया
- 2. आदरणीय,-र्यः (पुल्लिंग)
- 1. स्वामी, प्रभु
- 2. तीसरे वर्ण का व्यक्ति, वैश्य,-र्यी (स्त्रीलिंग) वैश्य की स्त्री।
सम.-वर्यः (पुल्लिंग) सम्मान्य वैश्य।[1]
| हिन्दी | उत्तम, प्रिय, प्रतिष्ठित, कुलीन, आदरणीय, दयालु, मालिक, ईश्वर, वैश्य, श्रेष्ठ, स्वामी। |
| -व्याकरण | धातु, विशेषण, पुल्लिंग |
| -उदाहरण | |
| -विशेष | |
| -विलोम | |
| -पर्यायवाची | उत्तम, अति श्रेष्ठ, अत्युत्तम, अगला, अग्रणी, अग्रिय, अतिशयी, अव्वल, आदर्श, ज्येष्ठ, सर्वोच्च, सर्वोत्तम, सर्वोपरि, प्रिय, अच्छा, चहेता, अज़ीज़, इष्ट, पसंद, प्यारा, मनभावन, शुभ, सुरभि, मधुर, मोहक, दयालु, उदार, स्नेही, वैश्य, गुप्त, |
| संस्कृत | [ॠ+यत्] श्रेष्ठ, बढ़िया, आदरणीय |
| अन्य ग्रंथ | |
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 109 |