अलङ्कृति:
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अलङ्कृतिः (स्त्रीलिंग) [अलम्+कृ+क्तिन्]
- 1. सजावट
- 2. आभूषण, कर्णालङ्कृतिः-अमरु. 13
- 3. साहित्यिक आभूषण, अलंकार-तददोषौ शब्दार्थौ सगुणावनलङ्कृती पुनः क्वापि-काव्य. 1; यो विद्वान्मन्यते काव्यं शब्दार्थावनलङ्कृती, असौ न मन्यते कस्मादनुष्णमनलं कृती-चन्द्रा सालङ्कृतिः श्रवणकोमलवर्णराजिः-भामि. 3/6, (यहाँ अ° द्वितीय तथा तृतीय अर्थ प्रकट करता है)।[1]
इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 111 |
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