अविभाज्य
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अविभाज्य (विशेषण) [नञ् तत्पुरुष समास]
- जो बाँटा न जा सके-ज्यम् (नपुंसक लिंग)
- 1. न बाँटा जाना
- 2. बँटवारे के योग्य न हो (कुछ ऐसी वस्तुएँ होती हैं जो बँटवारे के समय भी बाँटी नहीं जातीं)-उदा. वस्त्रं पात्रमलंकारं कृतान्नमुदकं स्त्रियः, 'ता न बाँटा जाना, बँटवारे की अयोग्यता।[1]
इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 127 |
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