अव्याप्ति:
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अव्याप्तिः (स्त्रीलिंग) [नञ् तत्पुरुष समास]
1. अपर्याप्त विस्तार या प्रतिज्ञा पर अधूरी व्याप्ति
2. परिभाषा में दिये गये लक्षण का घटित न होना, परिभाषा के तीन दोषों में से एक[1]
इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 129 |
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