अशुचि
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अशुचि (विशेषण) [नञ् बहुव्रीहि समास]
1. जो साफ न हो, गंदा, मलिन, अपवित्र,-सोऽशुचिः सर्वकर्मसु,-विलाप या मातम के अवसर पर
2. काला,-चिः (स्त्रीलिंग) [नञ् तत्पुरुष समास]
- 1. अपवित्रता
- 2. अधः पतन[1]
इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 131 |
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