अश्लेष
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अश्लेष (स्त्रीलिंग) [न श्लिष्यति यत्रोत्पन्नेन शिशुना, श्लिष्+घञ् तारा.]
1. नवाँ नक्षत्र जिसमें पाँच तारे होते हैं
2. अनैक्य, वियोग
समस्त पद-जः-भवः,-भूः केतुग्रह अर्थात् उतार का शिरोबिन्दु[1]
इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 132 |
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