अश्वत्थामन्‌

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अश्वत्थामन्‌ (पुल्लिंग) [अश्वस्येव स्थाम बलमस्य, पृषो. तु. महा.-अश्वस्येवास्य यत्स्थाम नदत: प्रदिशोगतम्‌ अश्वत्थामैव बालोस्वयं तस्मान्नाम्ना भविष्यति]

  • द्रोण और कृपि का पुत्र, कुरुराज दुर्योधन की ओर से लड़ने वाला एक ब्राह्मण योद्धा व सेनापति (यह अत्यन्त शूरवीर, प्रचण्ड क्रोधी, युवक योद्धा था, इसका ब्रह्मतेज कर्ण के साथ वाग्युद्ध में प्रकट हुआ, जबकि द्रोणाचार्य के पश्चात् कर्ण को सेनापतित्व दिया गया[1], यह सात चिरंजीवियों में से एक है)।[2]


इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. -दे. वेणी. तृतीय अंक
  2. संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 133 |

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