अहो

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

अहो (अव्य.) [हा+डी.नञ्‌ तत्पुरुष समास]

1. निम्नांकित अर्थों को प्रकट करने वाला अव्यय-

(क) आश्चर्य या विस्मय-बहुधा रुचिकर-अहो कामी स्वतां पश्यति[1], अहो मधुरमासां दर्शनम् श. 1, अहो बकुला-बलिका[2], अहो रूपमहो वीर्यमहो सत्त्वमहो द्युतिः[3] (अहो उसका रूप आश्चर्यजनक है-आदि)
(ख) पीडाजनक आचर्थ्य-अहो ते विगत चेतनत्वम्[4]

2. शोक या खेद-अहो दुष्यन्तस्य संशयमारूढ़ाः पिंडभाजः[5], विधिरहो वलवानिति मे मतिः[6]

3. प्रशंसा (शाबास, बहुत खूब)-अहो देवदत्तः पचति शोभनम्[7]

4. झिड़की (धिक्,)

5. बुलाना, संबोधित करना

6. ईर्ष्या, डाह

7. उपभोग, तृप्ति

8. थकावट

9. कई बार केवल अनुपूरक के रूप में-अहो नु खलु (भोः), सामान्य रूप से आश्चर्य जो रोचक हो-अहो नु खलु ईदृशीमवस्थां प्रपन्नोऽस्मि[8], अहो नु खलु भोस्तदेतत्काकतालीयं नाम[9], 'अहो वत' प्रकट करता है (क) दया, तरस तथा खेद। अहो बत महात्पापं कर्त व्यवसिता वयम्[10], (ख) संतोष-अहो वतासि स्पृहणीयवीर्यः[11] (मल्लि. यहाँ 'अहो वत' को संबोधन के रूप में ग्रहण करता है (ग) संबोधित करना, बुलाना (घ) थकावट।


समस्त पद-पुरुषिका-तु. आहोपुरुषिका[12]


इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. -श. 2/2
  2. -मालवि. 1
  3. -रामा.
  4. -का. 146
  5. -श. 6
  6. -भर्तृ. 2/91
  7. -सिद्धा.
  8. -श. 5
  9. -मा. 5
  10. -भग. 1/44
  11. -कु. 3/20
  12. संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 145 |

संबंधित लेख