अहोरात्रम हिन्दू समय मापन इकाई है। यह इकाई मध्यम श्रेणी की है। एक 'अहोरात्रम्' एक दिन और रात का समय। एक सूर्योदय से अपर सूर्योदय पूर्व का समय अहोरात्र है। 'अहश्च रात्रश्च अहोरात्र' इस प्रकार यह द्वन्द्व समास से बना शब्द है। वैदिक ग्रंथों में तिथि के जगह प्रयुक्त शब्द अहोरात्र है।
- एक याम = 7½ घटि
- 8 याम अर्ध दिवस = दिन या रात्रि
- एक अहोरात्र = नाक्षत्रीय दिवस[1]
- एक तिथि वह समय होता है, जिसमें सूर्य और चंद्रमा के बीच का देशांतरीय कोण बारह अंश बढ़ जाता है। वैदक तिथिपत्र के प्रयोग करने वाले कुछ लोग चन्द्रकला विशेष और सूर्योदय से सम्बद्ध अहोरात्र को ही एक तिथि मानते हैंं। वह अमान्त चान्द्रमास कभी 29 दिन का और कभी 30 दिन का होता है । यदि 14 वें दिन मेंं ही चन्द्रकला क्षीण हो तो उस दिन कृष्ण चतुर्दशी टुटा हुआ मानकर अमावास्या माना जाता है; दोनों दिन के कृत्य उसी दिन किये जाते है।पंचांग सम्बद्ध तिथियां तो दिन में किसी भी समय आरम्भ हो सकती हैं और इनकी अवधि उन्नीस से छब्बीस घंटे तक हो सकती है।
- एक पक्ष या पखवाड़ा = पंद्रह तिथियां
- एक मास = 2 पक्ष (पूर्णिमा से अमावस्या तक कॄष्ण पक्ष; और अमावस्या से पूर्णिमा तक शुक्ल पक्ष)
- एक ॠतु = 2 मास
- एक अयन = 3 ॠतुएं
- एक वर्ष = 2 अयन
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ (जो कि सूर्योदय से आरम्भ होता है)