इसमाइल मुख सुल्तान मुहम्मद बिन तुग़लक़ की सेना का एक अफ़ग़ान अमीर था। वह दक्कन में एक ऊँचे पद पर नियुक्त था।[1]
- लगभग 1345 ई. में दक्कन के बागी अफ़ग़ान अमीरों ने उसे दक्कन का स्वतन्त्र शासक बना दिया।
- शासक बनने के बाद इसमाइल मुख ने अपना नाम नासिरुद्दीन शाह रखा।
- कुछ समय बाद एक नये राज्य के शासक की जिम्मेदारियों को संभालने में अपने को असमर्थ पाकर नासिरुद्दीन शाह ने 1347 ई. में हसन (अलाउद्दीन बहमन शाह प्रथम) के पक्ष में गद्दी त्याग दी।
- हसन ने प्रसिद्ध बहमनी राज्य तथा बहमनी वंश की स्थापना की।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ भारतीय इतिहास कोश |लेखक: सच्चिदानन्द भट्टाचार्य |प्रकाशक: उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान |पृष्ठ संख्या: 56 |