- ऋषिदत्त मेहता एक स्वतंत्रता सेनानी थे।
- ऋषिदत्त मेहता ने 'तरुण राजस्थान' नामक पत्र का सम्पादन भी किया।
- ऋषिदत्त मेहता तरुणावस्था में ही गांधीजी के सम्पर्क में आ गये थे।
- ऋषिदत्त मेहता ने विद्यार्थी जीवन में ही अपनी पढ़ाई छोड़कर असहयोग आन्दोलन में भाग लिया था।
- नमक क़ानून सत्याग्रह में ऋषिदत्त मेहता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
- सन 1932 में ऋषिदत्त मेहता को पुन:गिरफ्तार कर लिया गया और दो वर्ष की कैद एवं जुर्माने की सज़ा दी गई।
- कुछ समय बाद ऋषिदत्त मेहता की पत्नी को भी गिरफ्तार कर लिया गया और उन्हें 6 माह के कठोर कारावास की सज़ा हुई।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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