ऋषि सुनक

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
ऋषि सुनक
ऋषि सुनक
ऋषि सुनक
पूरा नाम ऋषि सुनक
अन्य नाम डेल्स के महाराजा (निक नाम)
जन्म 12 मई, 1980
जन्म भूमि साउथेम्प्टन, ब्रिटेन
अभिभावक माता- उषा सुनक

पिता- यशवीर सुनक

पति/पत्नी अक्षता मूर्ति
संतान दो पुत्री
नागरिकता ब्रिटिश
प्रसिद्धि राजनीतिज्ञ, लेखक और व्यवसायी
पार्टी कंजर्वेटिव पार्टी
पद प्रधानमंत्री, यूनाइटेड किंगडम- 25 अक्टूबर 2022

वित्तमंत्री, ब्रिटेन- 13 फरवरी 2020 से 5 जुलाई 2022
मुख्य सचिव, कोषाध्यक्ष- 29 जुलाई 2019 से 13 फ़रवरी 2020

शिक्षा एमबीए, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और भौतिकी में डिग्री
विद्यालय विनचेस्टर कॉलेज

ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय
स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय

अन्य जानकारी ऋषि सुनक 2019 में दोबारा एमपी के रूप में चने गए थे। तब उन्हें भारी मत मिले। जिसके बाद वह तीसरी बार सांसद बने थे। अपनी प्रतिभा और बेहतर कार्यशैली के बल पर वह लगातार आगे बढ़ते रहे।
अद्यतन‎

ऋषि सुनक (अंग्रेज़ी: Rishi Sunak, जन्म- 12 मई, 1980) भारतीय मूल के ब्रिटिश राजनेता हैं। वह ब्रिटेन के नवनियुक्त प्रधानमंत्री हैं। उन्होंने 25 अक्टूबर, 2022 को प्रधानमंत्री पद ग्रहण किया। ऋषि सुनक ने 2020 से 2022 तक यूनाइटेड किंगडम के राजकोष के चांसलर के रूप में कार्य किया। इससे पहले वह साल 2019 से 2020 तक ट्रेजरी के मुख्य सचिव रहे थे। वह ब्रिटिश कंजरवेटिव पार्टी के सदस्य हैं और काफी लोकप्रिय भी हैं। ऋषि सुनक 2015 से उत्तरी यॉर्कशायर में रिचमंड (यॉर्क) से सांसद हैं।

परिचय

ऋषि सुनक का जन्म 12 मई 1980 को ब्रिटेन के साउथेम्प्टन में हुआ। उनका परिवार भारतीय पंजाबी हिंदू है। उनकी मां उषा सुनक फार्मसिस्ट थीं और पिता यशवीर सुनक एक जनरल चिकित्सक थे। वह अपने परिवार में तीन भाई बहनों में से सबसे बड़े थे। यशवीर सुनक जो कि ऋषि सुनक के पिता हैं, उनका जन्म केन्या में हुआ था। वहीं उनकी मां उषा तंजानिया में जन्मी थीं। हालांकि उनके दादा-दादी भारतीय थे। इसलिए वो अपने आपको भारतीय ही बताते हैं। ऋषि सुनक के भाई संजय एक मनोवैज्ञानिक हैं, साथ ही उनकी बहन राखी विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय में शांति निर्मा और संयुक्त राष्ट्र के लिए काम करती हैं।[1]

शिक्षा

ऋषि सुनक ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा विनचेस्टर कॉलेज से की, जो की एक बोर्डंग स्कूल है। वहां वो स्कूल के हेड बॉय और संपादक रह चुके हैं। इसके बाद उन्होंने आगे की शिक्षा लिंकन कॉलेज ऑक्सफोर्ड से की। जहां उन्होंने राजनीति और अर्थशास्त्र का अध्ययन किया। उन्होंने अपनी पढ़ाई के साथ-साथ उन्होंने कंजर्वेटिव कैम्पेन मुख्यालय में इंटर्नशिप भी की। 2006 में उन्होंने स्टैनफोर्ड विश्वविधालय से एमबीए की डिग्री हासिल की।

विवाह

ऋषि सुनक की उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति से पहली मुलाकात स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में हुई। जहां वो और उनकी पत्नी एमबीए की पढ़ाई कर रहे थे। उनकी पत्नी भारतीय अरबपति एन. आर. नारायण मूर्ति की बेटी हैं। साथ ही वो कटमरैन वेंचर्स के निदेशक के रूप में भी काम करती हैं। ऋषि सुनक और उनकी पत्नी नॉर्थ यॉर्कशायर के नॉर्थहेलर्टन के पास रहते हैं। जिनके साथ उनकी दो बेटियां भी रहती हैं।

राजनीतिक कॅरियर

  • ऋषि सुनक साल 2014 में पहली बार ब्रिटेन की संसद में कदम रखा। दरअसल जिस समय वो संसद में पहुंचे तब उस समय पूर्व सांसद विलियम हेग ने रिचमंड को चुनाव लड़ाने से इनकार कर दिया। जिसके बाद ऋषि सुनक ने रिचमंज की जगह ली और कंजर्वेटिव एमपी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़े।
  • साल 2015 में ऋषि सुनक ने चुनाव लड़ा और उसमे जीत हासिल की। चुनाव जीतने के बाद उन्होंने 2015 से लेकर 2017 तक ब्रिटेन के पर्यावरण, खाघ और ग्रामीण मामलों की चयन समिति में काम किया।
  • इसके बाद साल 2017 में ऋषि सुनक को भारी वोट मिले। जिसके बाद वो एक बार फिर सांसद के रूप में चुने गए।
  • 24 जुलाई 2019 में उनके बेहतरीन कार्यशैली को देखकर ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन ने उन्हें ट्रेजरी के मुख्य सचिव के रूप में नियुक्त किया।
  • 2019 में वो दोबारा एमपी के रूप में चने गए और इस बार उन्हें भारी मत मिले। जिसके बाद वो तीसरी बार सांसद बने। अपनी प्रतिभा और कार्यशैली को देखकर वो आगे बढ़ते रहे। जिसके बाद 12 फरवरी 2020 को वो बोरिस जॉनसन के कैबेट में वित्त मंत्री के तौर पर नियुक्त हुए।[1]

वित्तमंत्री

11 मार्च 2020 को उन्होंने अपना पहला बजट पेश किया था। अपने कार्यकाल के दौरान ऋषि सुनक ने कोरोना महामारी से परेशान लोगों की मदद को लेकर एक बड़ा ऐलान किया था।जिसमे उन्होंने करीबन 30 मिलियन खर्च करने का ऐलान किया। जिसके कारण कई लोगों की जान भी बचाई गई और जिनके पास खाने के लिए कुछ नहीं था। इसके बाद 17 मार्च 2020 को उन्होंने व्यवसायों के लिए आपातकालीन सहायता में 330 बिलियन और कर्मचारियों के लिए वेतन की घोषणा की। इसमें उन्हें सब्सिडी प्राप्त कराई गई। इसके कुछ दिन बाद ही उन्होंने नौकरी प्रतिधारण योजना की घोषणा की। लेकिन इसे गंभीर प्रतिक्रिया मिली। क्योंकि इसके लिए एक लाख लोगों की अनुमति चाहिए थी जो प्राप्त नहीं हो पाई। जिसके कारण इस योजना को 30 सितंबर 2021 तक के लिए बढ़ा दिया गया।

साल 2021 के बजट में ऋषि सुनक ने वित्त वर्ष 2020-2021 में घाटा बढ़कर 355 बिलियन पाउंड कर दिया। जो उस समय के पीकटाइम में सबसे ज्यादा था। उन्होंने फिर कॉरपोरेशन टैक्स को 19 से बढ़ाकर 25 प्रतिशत हो गया और टैक्स-फ्री पर्सनल अलाउंस में से पांस साल की रोक लगा दी। फिर जून 2021 में जी 7 शिखर सम्मेलन में बहुराष्ट्रीय कंपनियों और ऑनलाइन कंपनियों पर वैश्विक न्यूनतम कर स्थापित किया। अक्टूबर 2021 में ऋषि सुनक ने तीसरा बजट पेश किया। जिसमें उन्होंने स्वास्थ्य अनुसंधान और नवाचार के लिए 5 बिलियन पाउंड और कौशल शिक्षा के लिए 3 बिलियन पाउंड की राशि शामिल की गई।

प्रधानमंत्री

पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के कार्यकाल से खुश ना होने के कारण कैबिनेट के कई मंत्रियों ने सांसदों के पद से इस्तीफा दे दिया था। धीरे-धीरे ये संख्या 50 के करीब हो गई। मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने वालों में ऋषि सुनक भी मौजूद थे। जिन्होंने वित्तमंत्री पद से इस्तीफा देकर सरकार छोड़ दी। ऋषि सुनक ने अपने कार्यकाल में काफी बेहतर प्रदर्शन करके दिखाया था, जिसके कारण वो कंजरवेटिव पार्टी से अगले प्रधानमंत्री पद के लिए चुने गए थे। आखिरकार उन्होंने 25 अक्टूबर, 2022 को प्रधानमंत्री पद ग्रहण किया।[1]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. 1.0 1.1 1.2 ऋषि सुनक कौन है, जीवन परिचय (हिंदी) deepawali.co.in। अभिगमन तिथि: 25 अक्टूबर, 2022।

संबंधित लेख