कुँवर विजय शाह
कुँवर विजय शाह
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जन्म | 1 नवम्बर, 1962 |
अभिभावक | देवीसिंह |
नागरिकता | भारतीय |
प्रसिद्धि | राजनीतिज्ञ |
पार्टी | 'भारतीय जनता पार्टी' |
पद | आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री (मध्य प्रदेश) |
शिक्षा | एम.ए. |
अन्य जानकारी | आप तैराकी, घुड़सवारी, जन-कल्याण संबंधी कार्य और पर्यटन एवं भ्रमण में विशेष रुचि रखते हैं। |
अद्यतन | 5:40, 27 सितम्बर-2012 (IST) |
कुँवर विजय शाह (जन्म- 1 नवम्बर, 1962) मध्य प्रदेश सरकार में 'आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री' हैं। वे 'भारतीय जनता पार्टी' से जुड़े हुए हैं। 'अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद' से उनका काफ़ी लम्बे समय से जुड़ाव रहा है। 1990 में कुँवर विजय शाह को हरसूद विधानसभा क्षेत्र, खंडवा ज़िला से भाजपा के विधायक के रूप में चुना गया था। उन्हें 28 अक्टूबर, 2009 को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल में केबिनेट मंत्री के रूप में शामिल किया।
जन्म तथा शिक्षा
कुँवर विजय शाह का जन्म 1 नवम्बर, 1962 को हुआ था। उनके पिता का नाम देवीसिंह था। कुँवर विजय शाह ने अपनी शैक्षणिक योग्यता के अंतर्गत एम.ए. की डिग्री प्राप्त की है। उनका प्रमुख व्यवसाय कृषि है। तैराकी, घुड़सवारी, जन-कल्याण संबंधी कार्य और पर्यटन एवं भ्रमण में वे विशेष रुचि रखते हैं।[1]
राजनीति एवं समाज सेवा
अपने छात्र जीवन से ही कुँवर विजय छात्र राजनीति एवं समाज सेवा के क्षेत्र में सक्रिय हो गये थे। इन्दौर के 'क्रिश्चियन कॉलेज' के छात्रसंघ में वे विभिन्न पदों पर कार्यरत रहे थे। दस से भी अधिक वर्षों तक उन्होंने 'अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद' से जुड़े रहकर अनेक रचनात्मक कार्यों एवं गतिविधियों में युवाओं का नेतृत्व किया। सक्रिय छात्र राजनीति के मध्य ही कुँवर विजय इन्दौर में महाविद्यालयीन चुनाव के संचालक भी रहे थे।
विधानसभा सदस्य
सन 1990 में हुए नौवीं विधानसभा के चुनाव में कुँवर विजय शाह को 'भारतीय जनता पार्टी' के विधायक के रूप में खंडवा ज़िले के हरसूद विधानसभा क्षेत्र से चुना गया था। वे 1993 में समाप्त दसवीं विधानसभा के चुनाव में भी पुन: भारी मतों से विजयी होकर हरसूद से विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए थे। उन्होंने विधानसभा में एक जुझारू, जागरूक एवं मुखर वक्ता के रूप में अपनी विशिष्ट पहचान क़ायम की है। इसी समय विधानसभा की प्रत्यायुक्त विधान समिति, पुस्तकालय समिति, परामर्शदात्री समिति, पर्यटन विभाग, प्राक्कलन समिति, नियम समिति एवं परामर्शदात्री समिति और पुनर्वास विभाग के सदस्य के रूप में भी उन्हें मनोनीत किया गया था।[1]
विजय का सिलसिला
1998 में संपन्न हुए ग्यारहवीं विधानसभा के निर्वाचन में कुँवर विजय शाह को तीसरी बार फिर से हरसूद से विधायक चुना गया। 2003 के बारहवीं विधानसभा के निर्वाचन में भी उन्हें हरसूद से चौथी बार विधायक बनाया गया। इस प्रकार निरंतर चौथी बार विजय हासिल करने वाले जुझारू एवं सक्रिय विधायक कुँवर विजय एक आदिवासी युवा नेता के रूप में उभर कर सामने आये।
कैबिनेट मंत्री
कुँवर विजय शाह पहली बार मध्य प्रदेश की भूतपूर्व मुख्यमंत्री सुश्री उमा भारती के मंत्रिमंडल में 28 जून, 2004 को शामिल हुए थे। वे 27 अगस्त, 2004 में भी मंत्री बने। उन्हें पुन: 4 दिसम्बर, 2005 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल में मंत्री के रूप में शामिल किया गया था। 28 अक्टूबर, 2009 को उन्हें एक बार फिर से शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल में केबिनेट मंत्री के रूप सम्मिलित किया गया है।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ 1.0 1.1 1.2 कुँवर विजय शाह (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 27 सितम्बर, 2012।
बाहरी कड़ियाँ
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