कुंजर
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| हिन्दी | हाथी, हस्त नक्षत्र, आठ दिग्गजों के कारण आठ की संख्या का वाचक शब्द, पीपल, केश, बाल, वाचक अंजना के पिता और हनुमान के नाना का नाम, छप्पय के छंद का इक्कीसवाँ भेद जिसमें, पाँच मात्राओं वाले छंदों के प्रस्तार में पहला प्रस्तार। |
| -व्याकरण | विशेषण, पुल्लिंग |
| -उदाहरण | दया कौन पर कीजिये, का पर निर्दय होय। |
| -विशेष | गजपीपल/ गजपिप्पली को, जो चव्य नामक लता के फलों का नाम है, 'कुंजरपिप्पली' भी कहा जाता है। और गज-मुक्ता को 'कुंजर-मणि' भी कहते हैं। हथिनी को 'कुंजरा/कुंजरी' और हाथी का शत्रु/ अराति होने के कारण सिंह को 'कुजराराति' कहते हैं। |
| -विलोम | |
| -पर्यायवाची | अंगद, अनल, ऋषभ, कालचक्र, केसरी, रिषभ, सुबाहु, सुषेण |
| संस्कृत | कुञ्ज+र |
| अन्य ग्रंथ | |
| संबंधित शब्द | |
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