गुलाब जामुन
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देश | भारत |
क्षेत्र | उत्तर भारत की मिठाई है |
मुख्य सामग्री | खोया, मैदा |
मावा (खोया) | 250 ग्राम (2 कप) |
मैदा | 5 चम्मच |
इलायची | 1/4 (पिसी हुई) |
घी | तलने के लिए |
चीनी | 3 कप |
उपकरण | कढ़ाई |
विधि
चाशनी
- एक बर्तन में चीनी में 300 ग्राम पानी[1] मिलाकर आग पर चाशनी बनने के लिये रख दें।
- चाशनी में इलायची को डाल दें।
- चाशनी में जब उबाल आ जाए उसके बाद 4 -5 मिनिट तक और पकायें।
- चाशनी के घोल को लेकर 1-2 बूंद प्लेट में टपकायें।
- अंगूठे और अंगुली के बीच चिपका कर देख लें सिर्फ एक ही तार बने।
- एक तार की चाशनी तैयार करें।
- ठंडा करें और छान लें।
गुलाब जामुन
- खोया और मैदा को अच्छी तरह से मिलाकर हल्का गूँथ लें।
- गूँथे हुए मिश्रण के 25 बराबर आकार की लोइयाँ काट लें।
- लोइयों को हथेलियों के बीच हल्के दबाब के साथ घुमाते हुए गुलाब जामुन का आकार दे दें।
- ध्यान रहे कि इनमें कहीं दरार न रहे अन्यथा तलते समय गुलाब जामुन फूट सकते हैं।
- हल्की आँच पर इन्हें इतना तलें कि गुलाब जामुन फूल जाए और इनका रंग सुनहरा भूरा हो जाए।
- पूरी तरह से तल जाने पर घी से निकाल कर गरमा-गरम चाशनी में डाल दें ताकि गुलाब जामुन चाशनी को सोख ले।
- 8-10 घंटे में गुलाब जामुन मीठा रस सोखकर मीठे और स्वादिष्ट हो जायेंगें।
- आपका गुलाब जामुन तैयार है। इन्हें गरमा-गरम या ठंडे परोसिये।
सावधानी
- यदि गुलाब जामुन ज़्यादा सख्त बन रहे हों तो मावा के आटे में थोड़ा सा दूध मिलाकर अच्छी तरह मल लें।
- अधिक गरम चाशनी में गुलाब जामुन मत डालिये।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ चीनी की मात्रा का आधा पानी
बाहरी कड़ियाँ
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