चंद्रकांत बांदिवडेकर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
चंद्रकांत बांदिवडेकर
| |
पूरा नाम | चंद्रकांत बांदिवडेकर |
जन्म | 5 नवम्बर, 1932 |
जन्म भूमि | डोर्ले, रत्नागिरी, महाराष्ट्र |
मुख्य रचनाएँ | हिन्दी और मराठी के सामाजिक उपन्यासों का तुलनात्मक अध्ययन, अज्ञेय की कविता: एक मूल्यांकन, प्रेमचंद व्यक्ति आणि वाङ्मय (मराठी), चानी आदि |
भाषा | हिन्दी एवं मराठी |
विद्यालय | मुम्बई विश्वविद्यालय |
शिक्षा | एम.ए., पीएच.डी. |
पुरस्कार-उपाधि | उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान द्वारा 'सौहार्द सम्मान पुरस्कार' (1989) |
नागरिकता | भारतीय |
अद्यतन | 20:02, 13 मार्च 2015 (IST)
|
इन्हें भी देखें | कवि सूची, साहित्यकार सूची |
चंद्रकांत बांदिवडेकर (अंग्रेज़ी: Chandrakant Vandivadekar, जन्म: 5 नवम्बर, 1932) हिन्दी एवं मराठी लेखक हैं।
परिचय
चंद्रकांत बांदिवडेकर का जन्म 5 नवम्बर, 1932 को महाराष्ट्र के रत्नागिरी ज़िले के डोर्ले में हुआ था। इन्होंने मुम्बई विश्वविद्यालय से एम.ए., पीएच.डी. किया है।
प्रकाशित रचनाएँ
- हिन्दी और मराठी के सामाजिक उपन्यासों का तुलनात्मक अध्ययन
- अज्ञेय की कविता: एक मूल्यांकन
- उपन्यास स्थिति और गति
- कविता की तलाश (केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय द्वारा पुरस्कृत)
- जैनेंद्रजी के उपन्यास: मर्म की तलाश
- आधुनिक हिन्दी उपन्यास: सृजन और आलोचना
- मराठी कादंबरी: चिन्तन आणि समीक्षा (मराठी, महाराष्ट्र राज्य शासन एवं महाराष्ट्र साहित्य परिषद द्वारा पुरस्कृत)
- प्रेमचंद व्यक्ति आणि वाङ्मय (मराठी)
- मराठी कादंबरीचा इतिहास (मराठी)
- कथाकार अज्ञेय
अनुवादित ग्रंथ
- चानी (चिंतक खानोलकर के मराठी उपन्यास का हिन्दी में अनुवाद, केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय द्वारा पुरस्कृत)
- ऑक्टोपस (श्री. नापेंडसे के मराठी उपन्यास का हिन्दी अनुवाद)
- सौंदर्य मीमांसा (डॉ. रा.भा. पारणकर के मराठी ग्रंथ का अनुवाद)
- इसी मिट्टी से (कुसुमाग्रज की कविताओं का अनुवाद)
- प्रेमचंद (प्रकाश चंद्र गुप्त की पुस्तक का मराठी अनुवाद)
संपादन
- गोविन्द मिश्र: सृजन के आयाम
- कथा भारती भाग-2
- प्रेमचंद दृष्टि और सृष्टि
- साहित्य और दलित चेतना
- ज्ञानेश्वर जीवन और कार्य (माता कुसुम कुमारी अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दीतर भाषी हिन्दी लेखक पुरस्कार-1992)
- समकालीन मराठी कहानी
- हरिनारायण व्यास
- कथा भारती (भारतीय कहानीकारों की कहानियों का संकलन)।
अन्य प्रकाशन
- हिन्दी और मराठी के 20 से अधिक संपादित ग्रंथों में लेख समाविष्ट
- हिन्दी और मराठी की श्रेष्ठ पत्रिकाओं में 250 से अधिक लेख प्रकाशित।
सम्मान और पुरस्कार
- उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान की ओर से हिन्दी सेवा के लिए सौहार्द सम्मान पुरस्कार (1989)। [1]
इन्हें भी देखें: हिन्दी साहित्य और सामासिक संस्कृति -डॉ. चंद्रकांत बांदिवडेकर
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ CHANDRAKANT VANDIVADEKAR (हिन्दी) वाणी प्रकाशन। अभिगमन तिथि: 13 मार्च, 2015।
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख