जन्तर मन्तर दिल्ली
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विवरण | जंतर मंतर दिल्ली में स्थित एक आकर्षक पर्यटन स्थल है। |
केन्द्र शासित प्रदेश | राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली |
ज़िला | नई दिल्ली |
निर्माता | सवाई जय सिंह द्वितीय |
निर्माण काल | 1724 |
कैसे पहुँचें | हवाई जहाज़, रेल, बस आदि |
इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा | |
पुरानी दिल्ली, नई दिल्ली, हज़रत निज़ामुद्दीन | |
आई. एस. बी. टी, सराय काले ख़ाँ, आनंद विहार | |
रिक्शा, टैक्सी, लोकल रेल, मेट्रो रेल, बस | |
क्या देखें | लाल क़िला, इण्डिया गेट, जामा मस्जिद, राष्ट्रपति भवन। |
कहाँ ठहरें | होटल, धर्मशाला, अतिथि ग्रह |
एस.टी.डी. कोड | 011 |
गूगल मानचित्र | |
अन्य जानकारी | यहाँ विभिन्न प्रकार के उपकरण ग्रहों की गति नापने के लिए लगाए गए हैं। सम्राट यंत्र यहाँ का सबसे बड़ा यंत्र है। सूर्य की सहायता से सम्राट यंत्र वक़्त और ग्रहों की स्थिति की जानकारी देता है। |
जंतर मंतर दिल्ली में स्थित एक आकर्षक पर्यटन स्थल है।
- जंतर मंतर का निर्माण 1724 में सवाई जय सिंह द्वितीय ने करवाया था।
- यह इमारत प्राचीन भारत की वैज्ञानिक उन्नति की मिसाल है।
- ऐसी वेधशालाओं का निर्माण जयसिंह ने जयपुर, उज्जैन, मथुरा और वाराणसी में भी किया था।
- दिल्ली का जंतर-मंतर समरकंद की वेधशाला से प्रेरित है।
- मोहम्मद शाह के शासन काल में हिन्दू और मुस्लिम खगोलशास्त्रियों में ग्रहों की स्थिति को लेकर बहस छिड़ गई थी।
- सवाई जयसिंह ने इसे खत्म करने के लिए जंतर-मंतर का निर्माण करवाया।
- यहाँ विभिन्न प्रकार के उपकरण ग्रहों की गति नापने के लिए लगाए गए हैं।
- सम्राट यंत्र यहाँ का सबसे बड़ा यंत्र है। सूर्य की सहायता से सम्राट यंत्र वक़्त और ग्रहों की स्थिति की जानकारी देता है।
- मिस्र यंत्र वर्ष के सबसे छोटे ओर सबसे बड़े दिन को नाप सकता है।
- राम यंत्र और जय प्रकाश यंत्र खगोलीय पिंडों की गति के बारे में बताता है।
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वीथिका
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जन्तर मन्तर, दिल्ली (1808)
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जन्तर मन्तर, दिल्ली (1840)
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जन्तर मन्तर, दिल्ली
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जन्तर मन्तर, दिल्ली
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जन्तर मन्तर, दिल्ली
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जन्तर मन्तर, दिल्ली
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जन्तर मन्तर, दिल्ली
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जन्तर मन्तर, दिल्ली
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जन्तर मन्तर, दिल्ली